नई शिक्षा नीति : BTech के छात्र अब मेडिकल की पढ़ाई भी करेंगे
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में बड़ा कदम उठाया है। अब वहां के इंजीनियरिंग के विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई भी कर सकेंगे। इसे विद्या परिषद और कार्य परिषद से स्वीकृति मिलने के बाद लागू भी कर दिया गया है। एमएमएमयूटी प्रशासन ने ऑडिट कोर्स के रूप में ‘बेसिक्स ऑफ ह्यूमन हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन’ शुरू किया है। दरसअल, स्नातक में विद्यार्थियों को कोई एक विषय ऑडिट कोर्स के रूप में चुनना पड़ता है। इसका नंबर नहीं जुड़ता लेकिन इसे उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है। अब इसमें मेडिकल कोर्स भी शामिल किया गया है। इसे फिलहाल द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए डिजाइन किया गया है। अन्य किसी भी ऑडिट कोर्स की तुलना में ज्यादा व्यावहारिक और जीवनोपयोगी होने के कारण विद्यार्थी भी इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
चार खंडों में पाठ्यक्रम
यह थियोराटिकल कोर्स है। इसमें स्वास्थ्य से सम्बंधित बेसिक बातें शामिल की गई हैं। कुल चार खंडों में तैयार इस पाठ्यक्रम में दुर्घटना होने की स्थिति में क्या करें? लक्षण के आधार पर बीमारियों को कैसे पकड़ें? स्वास्थ्य से सम्बंधित सामान्य ज्ञान, स्वास्थ्य की परिभाषा, स्वस्थ जीवन शैली आदि को प्रमुखता से जगह दी गई है। विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक डॉ. अरविंद कुमार पाण्डेय ने यह कोर्स डिजाइन किया है।
यह है उद्देश्य
विश्वविद्यालय प्रशासन अब मेडिकल कोर्स को विस्तारित कर बेसिक फिजियोलॉजी की पढ़ाई भी कराने की तैयारी कर रहा है। ताकि इंजीनियरों को भविष्य में कोई उपकरण बनाना हो तो शरीर के अंग किस-किस तरह से काम करते हैं, इसकी जानकारी उन्हें पहले से हो।
प्रो. जेपी पाण्डेय (कुलपति, एमएमएमयूटी) ने कहा कि ऑडिट कोर्स के रूप में चिकित्सा की बेसिक शिक्षा का कोर्स शुरू किया जा रहा है। इसे विस्तारित करने की योजना है। जरूरत पड़ी तो पढ़ाने के लिए बाहर से भी चिकित्सक बुलाए जाएंगे।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें