प्रदेश की 400 स्कूलों में खुलेंगे एक्स्ट्रा संकाय, 500 सी. सै. में होंगी क्रमोन्नत
प्रदेश की 500 सरकारी मिडिल स्कूलों को अब सीनियर सैकंडरी स्कूल में क्रमोन्नत किया जाएगा, ताकि हर ग्राम पंचायत में एक सीनियर सैकंडरी स्कूल खोलकर बच्चों की पहुंच स्कूल तक करवाई जा सके। वहीं 400 ऐसे उच्च माध्यमिक विद्यालयों का चयन किया गया है, जिनमें इस बार अतिरिक्त विज्ञान, वाणिज्य व कृषि संकाय खोले जाएंगे। इसके लिए जोधपुर सहित पाली, बीकानेर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, जयपुर, उदयपुर, चूरू मंडल के शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने प्रेजेंटेशन निदेशक माध्यमिक शिक्षा गौरव अग्रवाल को दे दिए हैं। इसमें खासतौर से जनप्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री कार्यालय में आने वाली मांगों को तवज्जो दी गई है।खास बात यह है कि जनता की मांग पर जनप्रतिनिधियों ने स्कूलों में कृषि संकाय खोलने की मांग तो कर दी है, लेकिन ऐसी स्कूलों में कृषि संकाय खोलने के मानकों को पूरा नहीं किया जाता है तो संबंधित स्कूलों में कृषि संकाय खोलने पर संशय खड़ा हो सकता है। इसलिए निदेशालय ने ऐसी स्कूलों के लिए पूर्णता का प्रमाण पत्र मांगा है।
नव क्रमोन्नति के ये बनाए हैं नियम
सामान्य क्षेत्र में 8वीं कक्षा में 30 छात्र व 20 छात्रा, छात्र स्कूल के लिए जनसंख्या 1500 और छात्राओं के लिए 2000, दूरी के लिए पूर्व से 5 किमी की परिधि में कोई भी रामावि व राउमावि संचालित नहीं होना चाहिए। क्रमोन्नत होने वाले विद्यालय के अतिरिक्त कम से कम एक राउप्रावि फीडर स्कूल हो।
रेगिस्तानी / पहाड़ी / नदी नाले/ जनजाति/मेवात क्षेत्र में 8वीं कक्षा में 20 छात्र व 20 छात्रा, जनसंख्या छात्र विद्यालय के लिए 1000 और छात्रा विद्यालय के लिए 1500, दूरी के लिए पूर्व से 3 किमी की परिधि में कोई भी रामावि व राउमावि संचालित नहीं होना चाहिए। क्रमोन्नत होने वाले विद्यालय के अलावा कम से कम एक राउप्रावि फीडर विद्यालय हो ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें