बेसिक शिक्षा: जिलों के मंडल के तीन शिक्षकों को पहली बार मिला तबादले का मौका
गोंडा। परिषदीय स्कूलों के अंतर जनपदीय तबादले की प्रक्रिया इस बार आकांक्षी जनपदों को भी शामिल किया है। इससे मंडल के गोंडा जिले के साथ ही इस बार श्रावस्ती बलरामपुर, बहराइच जिले के शिक्षकों को भी मौका मिला है। अभी तक इन जिलों के शिक्षकों को तबादला आकांक्षी जनपद होने से मौका नहीं मिल पा रहा था। पारस्परिक तबादले ही बीते दो बार में शिक्षकों को हो सके थे, जो काफी कम थे। साल 2015 के बाद से दो बार अंतर जनपदीय स्थानांतरण का अवसर प्रदेश सरकार दे चुकी है। लेकिन दोनों बार में मंडल के तीनों जिलों के शिक्षक वंचित रहे।
यही नहीं साल 2015 के बाद हुई शिक्षक भर्तियों से इन जिलों में दूसरे जनपद के 15 हजार से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। लंबे समय से तीनों जिले के शिक्षक तबादले का अवसर दिए जाने की मांग कर रहे थे। इस बार शुरू हुई प्रक्रिया में अवसर मिलने से मंडल के इन तीनों जिलों के शिक्षक उत्साहित हैं।माना जा रहा है कि सर्वाधिक आवेदन आकांक्षी जनपद से होंगे। यह अलग बात है कि तबादले में शासन ने पहले से ही दस फीसदी का मानक तय कर रखा है। ऐसे में इन तीनों जिलों में दो से तीन हजार शिक्षकों को ही मौका मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
मेरिट में नीचे आएंगे जिले के शिक्षक
मंडल के तीनों आकांक्षी जिलों के शिक्षकों के आवेदन से जिले के शिक्षकों को झटका लगेगा। दो बार तबादले के अवसर से जिले से अधिकतर पुराने शिक्षक अपने गृह जिले या फिर नजदीक के जिले में तबादला ले चुके हैं। इसके बाद भी दो हजार के करीब शिक्षक तबादले की आस लगाए हैं, जबकि 800 से अधिक को मौका मिलने की उम्मीद नहींहैं। वहीं आकांक्षी जिलों को अवसर देने से उन जिलों में दस साल पुराने शिक्षक ही कार्यरत हैं, ऐसे में वे तय अंक से तैयार होने वाली मेरिट में ऊपरआ सकते हैं। ऐसे में मनपसंद जिले के चयन में उनको वरियता मिलनी तय माना जा रहा है।
शासन की ओर से अंत तबादले की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया गया है। आठ जून से आवेदन शुरू होगा, इसमें आकांक्षी जनपद के शिक्षकों को शामिल किया गया है। मेरिट के आधारपर ही तबादले होंगे, इसलिए अंक तय किए गए हैं।-रामसागर पति त्रिपाठी, सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा
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