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बुधवार, 27 सितंबर 2023

70 फीसदी विद्यालयों में नहीं मुखिया, आधी स्कूलों में व्याख्याता ना वरिष्ठ अध्यापक



 70 फीसदी विद्यालयों में नहीं मुखिया, आधी स्कूलों में व्याख्याता ना वरिष्ठ अध्यापक

बाड़मेर. माध्यमिक शिक्षा विभाग बाड़मेर में पद रिक्तता कोढ़ में खाज का काम कर रही है। एक तरफ यहां माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय अपेक्षाकृत कम है तो दूसरी ओर पद रिक्तता की स्थिति है। संस्था प्रधान के 70 फीसदी रिक्त है तो व्याख्याता और वरिष्ठ अध्यापकों के आधे से अधिक पद खाली। ऐसे में बॉर्डर की शिक्षा बदहाल नजर आती है।


सीमावर्ती जिला बाड़मेर-बालोतरा शिक्षा की दृष्टि से पिछड़ा माना जाता है। दूर-दूर तक छितराई ढाणियां और गांवों में आजादी के 75 साल बाद भी अन्य जिलों की अपेक्षा शिक्षा का स्तर कमतर नजर आता है। हालांकि पिछले कुछ सालों में जिले में पंचायत समिति स्तर तक माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नत तो हुए फिर भी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यह संख्या अपेक्षाकृत कम है। बावजूद इसके बच्चे पैदल चलकर भी स्कूल आते हैं लेकिन विद्यालयों में पद रिक्तता उनके लिए परेशानी बन रही है। हालात यह है कि प्रधानाचार्य के 662 पद रिक्त है तो उप प्रधानाचार्य मात्र दस ही कार्यरत है। व्याख्याताओं के 1109 पद खाली है तो वरिष्ठ अध्यापकों के 3366 पद रिक्त। ऐसे में बेहतर पढ़ाई हो भी तो कैसे?


भर्ती प्रक्रिया अटकी, पदोन्नति का इंतजार

हालांकि सरकार ने वरिष्ठ अध्यापकों की सीधी भर्ती प्रक्रिया कर रखी है जिसमें नौ हजार पद है लेकिन यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। वहीं, व्याख्याताओं के छह हजार पदों के भी सीधी भर्ती से भरने का इंतजार चल रहा है। इतना ही नहीं डीपीसी भी लम्बे समय से अटकी हुई है। वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याता सीधी भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जारी हो गए हैं, लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया में समय लग रहा है। वरिष्ठ अध्यापक डीपीसी व व्याख्याता की विभागीय पदोन्नति भी तीन सत्र से अधरझूल में है।


जिले में विद्यालय

प्राथमिक 2731

उच्च प्राथमिक 1157

उच्च माध्यमिक 990

कुल 4878


प्रक्रियाधीन सीधी भर्ती के पद

वरिष्ठ अध्यापकों की सीधी भर्ती 9000

व्याख्याता विभिन्न विषय 6000


आचार संहिता से पहले हो भर्ती प्रक्रिया पूर्ण

आचार संहिता लगने से पहले भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होनी चाहिए। जिस पर जिले को फायदा मिलेगा अन्यथा पद रिक्तता विद्यार्थियों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। हमने कई बार इसको लेकर आंदोलन भी किया है। - बनाराम चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील


सरकार जल्द करे फैसला- सरकार पद रिक्तता कम करने को लेकर शीघ्र फैसला करे। भर्ती प्रक्रिया को हाथोंहाथ पूर्ण करनी चाहिए जिससे सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधर सकें।सरकार को कई बार अवगत करवाया। - बालसिंह राठौड़, संरक्षक शिक्षक संघ राधाकृष्ण


पद रिक्तता बड़ी परेशानी- पद रिक्तता बड़ी परेशानी है। जिले में अधिकांश विद्यालयों में पद रिक्तता है जिसके चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। - संतोष कुमार नामा, जिलाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर


पदनाम---- ---स्वीकृत -----कार्यरत ----रिक्त

प्रधानाचार्य -----964---------302 ------662

उप प्रधानाचार्य --616 -------10------ 606

व्याख्याता ------2229 -------1120--- 1109

वरिष्ठ अध्या.----5778 --------2412 --3366

अध्यापक लेवल-2,--6322--- 3489 ---2822

अध्यापक लेवल-1, -11739--- 9396-- 2343

शारीरिक शिक्षक-- 1276 ----771----- 505

योग --------------28924 ----17400 --11524


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