परिषद‍ीय विद्यालयों की अवकाश तालिका वर्ष 2025 देखें व करें डाउनलोड

👇Primary Ka Master Latest Updates👇

सोमवार, 18 सितंबर 2023

युद्ध और संघर्षों का आसान शिकार बन रहे दुनियाभर के स्कूल



 युद्ध और संघर्षों का आसान शिकार बन रहे दुनियाभर के स्कूल

नई दिल्ली. हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार है। उसे स्कूल और उसके आसपास सुरक्षित वातावरण भी मिलना जरूरी है। लेकिन फिर भी युद्ध और इमरजेंसी के हालात लाखों बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने से रोक रही रहे हैं। ग्लोबल कोलिशन टू प्रोटेक्ट एजुकेशन फ्रॉम अटैक (जीसीपीइए) के अनुसार पिछले साल विद्यार्थियों, शिक्षकों या शैक्षणिक संस्थानों पर 3,000 से अधिक हमले हुए। वर्ष 2021 की तुलना में इन हमलों में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लगभग एक-तिहाई हमले केवल तीन देशों यूक्रेन, म्यांमार और बुर्किना फासो में हुए।


2022 में 524 सशस्त्र समूहों को सूचीबद्ध किया गया जो विश्व स्तर पर चिंता का विषय हैं


18 करोड़ से ज्यादा लोग दुनियाभर में उन इलाकों में रहते हैं, जो इन समूहों के नियंत्रण में हैं


अफ्रीकी देशों में हजारों स्कूल बंद

रिपोर्ट में कहा गया कि 2020 और 2021 में शिक्षा पर हुए सभी हमलों में सशस्त्र समूहों का बड़ा हाथ रहा। मध्य और पश्चिम अफ्रीका में स्कूलों, विद्यार्थियों और शिक्षकों को जानबूझकर निशाना बनाने के कारण संघर्ष और असुरक्षा के कारण 13 हजार से अधिक स्कूल बंद हो गए हैं। वहीं, 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद से अफगानिस्तान में लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा से वंचित करने के अलावा कई तरह की पाबंदिया लाद दी गई है।


सैन्य उद्देश्यों के लिए स्कूलों का प्रयोग बढ़ा

रूस के हमले ने यूक्रेन में स्कूलों की स्थिति दयनीय बना दी है। यहां शैक्षणिक संस्थानों को बमबारी और गोलाबारी का सामना करना पड़ा है, जबकि 1,300 से अधिक स्कूल पूरी तरह से नष्ट हुए हो गए हैं। यूक्रेन में लगभग 57 लाख स्कूली बच्चों की शिक्षा बाधित हुई है। सैन्य उद्देश्यों के लिए स्कूलों का उपयोग करने वाले सशस्त्र बलों में भी 2022 में वृद्धि हुई। पिछले वर्ष ऐसे 510 से अधिक मामले दर्ज हुए। ज्यादातर स्कूलों पर किए जाने वाले हमलों में लक्षित हथियारों और अंधाधुंध विस्फोटक हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे व्यापक स्तर पर क्षति होती है।


स्कूलों को इसलिए बनाया निशाना

स्कूल अक्सर ठोस रूप से निर्मित होते हैं। फायरिंग पॉजिशन लेने या निगरानी रखने के लिए इनमें दूसरी या अतिरिक्त मंजिल होती है। स्कूलों में बिजली, पानी, कई सारे कमरे और किचन आदि की व्यवस्था होती है।

युद्ध और संघर्षों का आसान शिकार बन रहे दुनियाभर के स्कूल Rating: 4.5 Diposkan Oleh: UP BASIC NEWS

0 Comments:

एक टिप्पणी भेजें