
जिले में शिक्षा के हाल: कोई पेड़ के नीचे संचालित तो कोई आश्रम में चल रहा स्कूल
टोंक. सरकार की ओर से राजकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए भले ही काफी प्रयास किए जा रहे हों, लेकिन अभी भी जिले के कई स्कूल हैं, जिनमें सुविधाओं का टोटा है। इनके पास भवन नहीं है। कोई आश्रम में चल रहा है तो कोई पेड़ के नीचे। बिजली पानी जैसी सुविधाओं को तरस रहे हैं।वर्तमान दौर में निजी विद्यालयों की तरह सरकारी विद्यालयों में भी इंटरनेट व कम्प्यूटर की शिक्षा दी जा रही है, लेकिन जिले के दो दर्जनभर स्कूल ऐसे है। इनमें अब तक भी विद्युत कनेक्शन नहीं है। विद्यालयों में बिजली कनेक्शन को लेकर हाल ही में विधानसभा में भी मु्द्दा उठाया गया है। लेकिन फिर भी यहां कोई जूं नहीं रेंग रही है। विभाग की ओर से शाला दर्पण पोर्टल के अनुसार जिले में कुल 1451 स्कूल संचालित किए जा रहे है। जिनमें से दो दर्जनभर विद्यालय ऐसे है जिनमें बिजली कनेक्शन सहित अन्य सुविधाएं नही है।
फाइल लगाई है
राजकीय प्राथमिक स्कूल इंडस्ट्रीयल एरिया निवाई में बिजली कनेक्शन के लिए फाइल लगा रखी है। लेकिन अभी तक उनके यहां बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है। इसी प्रकार राजकीय प्राथमिक स्कूल श्रीनगर नगर फोर्ट में भी स्कूल में बिजली के लिए फाइल लगाई थी, लेकिन डिमान्ड राशि जमा कराने का बजट नहीं था। यहां पर अब दोबारा से फाइल लगाई है।
केस 01
जमीन है फिर भी पेड़ के नीचे संचालित
टोंक शहर के पास डाइट रोड पर स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल भोपा बस्ती पालड़ी में विद्यालय के लिए जमीन तो अलाट हो गई। भवन निर्माण के लिए समसा में प्रस्ताव भेजा हुआ है। लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इसलिए पेड़ के नीचे कक्षाएं लगाकर पढ़ाया जा रहा है।
केस 02
भामाशाह नहीं आते आगे
राजकीय प्राथमिक स्कूल डिंगरडा बोरखण्डी कला में बिजली के लिए 2 वर्ष पूर्व आवेदन किया किया था, लेकिन विद्यालय के पास जमा कराने के लिए बजट के अभाव में डिमाण्ड की एक लाख से अधिक राशि जमा नहीं हो पाई। ढाणियों में भामाशाह भी नहीं मिल पाते।
केस 03
एक लाख से अधिक का प्रस्ताव
राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौजा बैरवान जवांली स्कूल भवन में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, लेकिन 1 लाख से भी अधिक का एस्टीमेट विद्युत निगम ने जमा करवाने के लिए बनाकर दिया था। लेकिन इतनी बड़ी राशि विद्यालय के पास नहीं होने पर डिमान्ड नोटिस जमा नहीं हो पाया।
केस 04
राशि के अभाव में तीन बार फाइल रद्द
राजकीय प्राथमिक स्कूल सारंगपुरा नगरफोर्ट में बिजली कनेक्शन के लिए तीन बार फाइल लगाई थी, लेकिन तीनों बार में 90 हजार व एक लाख से अधिक का एस्टीमेट आने पर बजट के अभाव में राशि जमा नहीं हो पाई।
स्कूल का भवन नहीं, आश्रम में पढ़ा रहे...
राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढाणी मालियान राहोली में स्वयं का स्कूल भवन नहीं होने पर पास ही एक आश्रम में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। यहां पर स्कूल भवन की प्रक्रिया चल रही है। इसी प्रकार राजकीय प्राइमेरी स्कूल मीणा यादव ढाणी बगड़ी का ना तो स्वंय का भवन है और ना ही जमीन है। ऐसे में एक चबूतरे पर या फिर किसी निजी मकान में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
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