कंट्रोल रूम में लगाई प्रधानाचार्य-वरिष्ठ अध्यापक की ड्यूटी:केंद्राधीक्षक, अतिरिक्त केंद्राधीक्षक, वीक्षक और पेपर कोर्डिनेटर के बदले ब्लॉक
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से नियम ताक पर रखकर वरिष्ठ अध्यापक व प्रधानाचार्यों को बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में लगा दिया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग झुंझुनूं के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही यहीं खत्म नहीं हुई। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के सख्त निर्देश के बावजूद केंद्राधीक्षक, अतिरिक्त केंद्राधीक्षक, वीक्षक और पेपर कॉर्डिनेटर के भी ब्लॉक बदल डाले। जबकि सख्त निर्देश हैं कि 15 किलोमीटर के दायरे में ही इन्हें लगाया जाए। वहीं परीक्षा कंट्रोल रूम में अशैक्षणिक कर्मचारियों को लगाया जाए।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुभाष ढाका ने बताया कि आदेश तो नहीं है परंतु बोर्ड परीक्षा में लगाने पड़े हैं। बोर्ड परीक्षा में प्रधानाचार्य लेवल के ही काम करेंगे। केंद्राधीक्षक, अतिरक्ति केंद्राधीक्षक या वीक्षकों के सामने समस्या आने पर या तो डीइओ, एडीइओ या फिर प्रिंसिपल ही जवाब दे।
फरवरी से कर रहे में डयूटी
बोर्ड परीक्षा 16 मार्च से शुरू हुई। जबकि विभाग की ओर से वरिष्ठ अध्यापक व प्रधानाचार्यों की डयूटी फरवरी में ही लगा दी गई। प्रधानाचार्यों और वरिष्ठ अध्यापकों के परीक्षा कंट्रोल रूम में लगाए जाने से उनके विद्यालयों में अध्ययनरत पांचवीं और आठवीं बोर्ड के बच्चों की पढाई बाधित हो रही है। क्योंकि जल्द ही पांचवीं और आठवीं बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं।
डेपुटेशन के नाम पर लगाया
जानकारी में आया है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग झुंझुनूं की ओर से कुछेक प्रधानाचार्यों व वरिष्ठ अध्यापकों को फायदा पहुंचाने के लिए डेपुट कर दिया गया।
फायदे के लिए बदल दिए ब्लॉक
माध्यमिक शिक्षा निदेशक के निर्देश हैं कि पेपर कॉर्डिनेटर, केंद्राधीक्षक, अतिरिक्त केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक का ब्लॉक नहीं बदला जाए। क्योंकि 15 किलोमीटर से ज्यादा दूर लगाने पर सरकार को टीए-डीए देना पड़ेगा। परंतु सामने आया है कि दर्जनों केंद्राधीक्षक, अतिरिक्त केंद्राधीक्षक, पेपर कॉर्डिनेटर व वीक्षकों के ब्लॉक भी बदले गए।
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