दो हजार प्रिंसिपल की पोस्टिंग के बाद भी खाली रहेंगे 31% पद, काउंसलिंग मई में
शिक्षा विभाग ने मंगलवार को प्रिंसिपल से डिप्टी डायरेक्टर तक की पोस्ट पर प्रमोशन के लिए करीब 12 हजार शिक्षा अधिकारियों की वरिष्ठता तय कर दी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इन वरिष्ठता सूची पर टीचर्स से आपत्ति मांगी है। दो मई के बाद इस लिस्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा और जून-जुलाई में संभवत प्रमोशन आदेश हो जाएंगे।इनमें चूरू जिले के 10 व्याख्याताओं को प्रिंसिपल पद पदोन्नत किया गया, इनमें चूरू ब्लाॅक के दो शामिल है। माना जा रहा है कि पदोन्नत कार्मिकों को नए सत्र में नियुक्ति दी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रिंसिपल के लिए 11 हजार 675 शिक्षा अधिकारियों की वरिष्ठता जारी की है।
करीब चार हजार लेक्चरर, हैडमास्टर और सीनियर डिप्टी डीईओ को प्रिंसिपल पद पर प्रमोट किया जाएगा। इसी तरह 327 प्रिंसिपल लेवल के अधिकारियों की वरिष्ठता सूची तैयार की गई है। इस लिस्ट में से सौ से ज्यादा अधिकारियों को जिला शिक्षा अधिकारी बनाया जाएगा। 44 जिला शिक्षा अधिकारियों की भी वरिष्ठता सूची जारी हुई है, जिसमें 15 को डिप्टी डायरेक्टर बनाया जाएगा।
हाईकोर्ट ने स्टे खारिज किया, चूरू के 10 प्राध्यापक करेंगे ज्वॉइन
हाईकोर्ट ने 421 व्याख्याताओं की पदोन्नति के मामले में प्रधानाध्यापकों के स्टे को खारिज कर इन्हें फिलहाल मौजूदा स्कूल में नियुक्ति के आदेश दिए हैं। बता दें कि 11 जुलाई 2022 को शिक्षा निदेशक ने लगभग 2100 व्याख्याता की पदोन्नति की थी, जिस पर कुछ प्रधानाध्यापकों (माशि) ने अंतिम 20 फीसदी के व्याख्याता (421) को पदस्थापन न देने के लिए स्टे ले लिया था।
इस स्टे के खिलाफ प्राध्यापक रामकुमार खीचड़ व मुकुल भाटी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर कोर्ट ने 24 अप्रैल को स्टे खारिज कर दिया। 25 अप्रैल को निदेशक ने उक्त व्याख्याताओं को मौजूदा स्कूल में ज्वाॅइन करने के निर्देश दिए। इधर, चूरू ब्लाॅक के प्राध्यापक रामकुमार खीचड़ एवं मुकुल भाटी ने बुधवार को राजकीय बागला उमावि में प्रधानाचार्य पद कार्यग्रहण कर लिया।
प्रधानाचार्य महेश सोनी ने उन्हें कार्यग्रहण करवाया। इस मौके पर रेसा वीपी के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल गुर्जर, एडीईओ मा. कमल कुमार शर्मा, एसीबीईओ खालिद तुगलक, बागला बालिका प्रधानाचार्य निर्मला गहलोत, देपालसर प्रधानाचार्य सिकन्दर खान आदि थे।

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