BEd : BTech हीं नहीं बीएड भी कराएंगे IIT संस्थान, 4 साल में मिलेगी डिग्री
देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों आईआईटी ( IITs) में बहुत जल्द बीएड कोर्स भी शुरू हो सकती है। यह चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स होगा। देश के 23 प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों के शीर्ष समन्वय निकाय आईआईटी काउंसिल की बैठक में चार वर्षीय बीएड (आईटीईपी) कोर्स शुरू करने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भुवनेश्वर में हुई 55वीं आईआईटी काउंसिल बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि देश में शिक्षकों की क्वालिटी सुधारने और उन्हें बेहतर तरीके से ट्रेनिंग देने में आईआईटी संस्थान बेहद अहम भूमिका निभा सकते हैं। गौरतलब है कि देश के विभिन्न संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत चार वर्षीय बीए-बीएड, बीकॉम-बीएड और बीएससी-बीएड प्रोग्राम शुरू होने जा रहा है।
बैठक में हुए कुछ अहम फैसले
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में किसी भी तरह के भेदभाव के लिए जीरो टॉलरेंस होनी चाहिए। यहां छात्रों को पर्याप्त सहायता मुहैया करायी जानी चाहिए। परिषद ने आईआईटी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कई कदमों पर चर्चा की। इसमें एक मजबूत शिकायत निवारण प्रणाली, मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग सेवाओं को बढ़ाने, दबाव कम करने और छात्रों के बीच विफलता और अस्वीकृति के डर को कम करने के महत्व पर प्रकाश डालने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
एंट्री एग्जिट सिस्टम
- आईआईटी से छात्रों के लिए कई एंट्री एग्जिट ऑप्शन सुनिश्चित करने को कहा। प्रमुख तकनीकी संस्थानों में छात्रों के ड्रापआउट के बारे में चिंता जताई। उच्च शिक्षा विभाग से विस्तृत रिपोर्ट तैयारी करने को कहा।
- संस्थानों के छात्रों को नए भारत का चेहरा होना चाहिए और वैश्विक नागरिक बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। आईआईटी इकोसिस्टम न केवल हमारे देश के लिए, बल्कि दुनिया के लिए बैकबॉन है। ऐसा कोई वैश्विक निगम नहीं है जहां आईआईटीयन का रोल न रहा हो।
- परिषद में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों से संबंधित छात्रों के लिए समर्थन बढ़ाने पर सहमति जतायी गई। इसने पीएचडी छात्राओं को सहायता की अवधि एक अतिरिक्त वर्ष के लिए बढ़ाने का भी संकल्प लिया।
दो साल के अंतराल के बाद आयोजित आईआईटी परिषद की 55 वीं बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यह परिषद आईआईटी में प्रशासनिक और अन्य प्रमुख मामलों की देखभाल करती है। इसमें सभी 23 आईआईटी के निदेशक और अध्यक्ष शामिल होते हैं।
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