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गुरुवार, 8 मई 2025

आतंकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ झांकी, असली पिक्चर अभी बाकी?

आतंकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' झांकी, असली पिक्चर अभी बाकी?

आतंकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ झांकी, असली पिक्चर अभी बाकी?

पहलगाम हमले का आखिरकार भारत ने हिसाब बराबर कर लिया है. भारतीय सेना ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लांच किया. इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकाने पर हमले कर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को गहरी चोट दी है. भारत ने आतंकियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों के 21 जगह पर हमले कर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. भारत इतने पर ही नहीं रुकेगा. अगर पाकिस्तान दुस्साहस करता है तो भारतीय सेना उसका करारा जवाब देगी. इसका ऐलान खुद इंडियन एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने किया. ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया को संबोधित करते एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए भारत तैयार है. इस तरह भारत का आतंकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ झांकी है, अगर पाकिस्तान नहीं माना तो असली पिक्चर अभी बाकी है?

भारत ने 25 मिनट में लिया बदला

ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान पर किए गए भारतीय सेना के ऐक्शन को लेकर बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी और आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने विस्तार से जानकारी दी. पहले आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई का एक वीडियो दिखाया गया. इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1:05 बजे और 1:30 बजे के बीच ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया.

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर 25 मिनट चला. इन 25 मिनट में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के 9 आतंकी टारगेट पहचाने गए थे. इन आतंकी ठाकने को हमने तबाह कर दिया. आतंकी संगठनों के लॉन्चपैड और ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए. ऑपरेशन सिंदूर के तहत इस बात ध्यान दिया गया कि निर्दोष नागरिकों और नगरी क्षेत्र को नुकसान न पहुंचे. सोफिया ने साफ कहा कि भारत की कार्रवाई को आतंकवादियों और योजनाकारों को न्याय के दायरे ने लाने के संदर्भ में देख जाना चाहिए. खुफिया के आधार पर लक्ष्यों का चयन हुआ.

आतंक के खिलाफ भारत का एक्शन

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बुधवार को सुबह आपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने आज सुबह सीमा पार हमलों का जवाब देने पर उनका प्रतिरोध करने और रोकने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है. यह आतंक के इंफ्रास्ट्रक्चर को समाप्त करने और भारत में भेजे जाने वाले संभावित आतंकवादियों को अक्षम बनाने के लिए की गई है. हमारी खुफिया निगरानी ने यह संकेत दिया है कि भारत के विरुद्ध आगे भी हमले हो सकते हैं अतः इनको और उनसे निपटना बेहद आवश्यक समझा गया है.

मिसरी ने कहा कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने वाला संगठन द रेसिसटेंस फोर्स (टीआरएफ) संयुक्त राष्ट्र की तरफ से आंतकवादी घोषित संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा है. भारत ने मई और नवंबर, 2024 में आतंकवादी गतिविधियों की निगरानी करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष समिति को टीआरएफ के बारे में जानकारी दी थी, इसमें बताया गया था कि पाकिस्तान पोषित आतंकवादी संगठनों के मुखौटे के तौर पर यह काम कर रहा है.

मोदी-शाह ने दिया बड़ा संदेश

भारतीय सेना ने पहलगाम अटैक का बदला ले लिया है. कैबिनेट की बैठक में पीएम मोदी ने की सेना की जमकर तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश के लिए गर्व की बात, पीएम मोदी ने कैबिनेट को पूरा जानकारी दी. पीएम ने कहा कि भारतीय सेना ने पूरी तैयारी के अनुसार बिना किसी गलती के कार्रवाई को अंजाम दिया है. कैबिनेट बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि देश एक जुट है. आतंकवाद के खिलाफ आपके साथ मजबूती से खड़ा हुआ है.

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो टूक कहा कि मोदी सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए तैयार है. अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या के प्रति भारत की प्रतिक्रिया है. भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि विश्व को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना होगा.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ झांकी, असली पिक्चर बाकी है?

भारत ने पाकिस्तान पहलगाम हमले का हिसाब बराबर करने से लिए सिर्फ आतंकी ठिकाने को ही निशाना बनाया है. भारत ने जिस तरह सिर्फ आतंकी ठिकाने को ही टारगेट किया है, पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकाने को ही स्ट्राइक कर तबाह किया है, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रची जाती रही है. एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. भारत इतने पर ही नहीं रुकेगा, अगर पाकिस्तान दुस्साहस करता है तो भारत अभी और हमले करेगा.

व्योमिका सिंह के बयान से साफ है कि पाकिस्तान अगर अपने सरजमी से भारत के खिलाफ होने वाली आतंकी गतिविधिया पर रोक नहीं लगाता है तो भारत के खिलाफ ऐसी साजिश रचता रहा तो फिर भारत उसके खिलाफ सख्त ऐक्शन लेने से पीछे नहीं हटेगा. भारत अब डिफेंस पॉलिसी से बाहर निकल गया है और ‘नया भारत है, जो घुसकर मारता है.’ भारत अब एक ऐसा देश है जो कुछ कर सकता है, जिसका नतीजा है कि उरी और बालाकोट के बाद पहलगाम हमला का भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया.

भारत के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि इस हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में उन आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी और उन्हें अंजाम दिया जाता था. भारत ने आतंकी अजहर मसूद और हाफिज सईद के ठिकाने को निशाना बनाया था. अजहर मसूद का पूरा परिवार खत्म हो गया है. जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के करीब 100 आतंकी मारे गए हैं. ऐसे में अगर पाकिस्तान अभी भी नहीं समझा तो भारतीय सेना उसके खिलाफ ऐसा कदम उठाएगा कि दोबारा भारत की तरफ देखने की भी हिम्मत नहीं कर सकेगा.

1971 से भी गहरी चोट देने की प्लानिंग

भारत ने उरी के बाद सार्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट के बाद एयरस्ट्राइक और पहलगाम के बाद मिसाइल स्ट्राइक करके पाकिस्तान की नस तोड़ दी है. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत की तीनों सेना ने ज्वाइंट हमले पाकिस्तान पर किए हैं. भारत ने पाकिस्तान के 100 किमी अंदर घुसकर आतंकी ठिकाने को नेस्तनाबूद कर किया है. भारत ने न सिर्फ़ PoK, बल्कि पाकिस्तान के मुख्य प्रांत पंजाब तक मिसाइलें पहुंचाई हैं और वो भी बिना सीमा पार किए जमीनी लड़ाई के. सेना ने बहावलपुर, मुरिदके, सियालकोट (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में) और मुझफ्फराबाद व कोटली (PoK में) शामिल हैं.

भारत के हमले की पाकिस्तान के भनक तक नहीं लगी और आतंकियों को सरगने को मौत की नींद सुला दी. 1971 की जंग में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के वेस्टर्न बॉर्डर के अंदर तक घुसपैठ की थी, खासकर सिंध, पंजाब और राजस्थान सेक्टरों में. सिंध में भारत ने 40-50 किमी तक अंदर जाकर खोकरापार जैसे कस्बे पर कब्ज़ा किया था. पंजाब में लाहौर और सियालकोट के पास के इलाके फतेह किए गए थे. इस बार ऑपरेशन सिंदूर एक सटीक और सीमित जवाबी हमला रहा, जो आतंकवादियों के खिलाफ था. ऐसे में पाकिस्तान अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो भारत उससे भी बड़ा जख्म देने की हिम्मत रखता है.

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