ये कैसा प्रवेशोत्सव: पुराना भवन ढहाने के बाद नए के लिए तीन साल से इंतजार, बारिश में ज्यादा परेशानी, प्राथमिक स्कूल कावडिया 1 कमरा, 70 बच्चे, बरामदे में कक्षाएं
सज्जनगढ़. शिक्षा विभाग प्रवेशोत्सव मना रहा है। शिक्षक बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए रैली निकालने के साथ ही घर-घर पहुंच रहे हैं। पर, जिले में कई विद्यालय भवन की हालत खराब है। जो, बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं उनके बैठने व पढ़ाने के ठीक से इंतजाम तक नहीं हैं। नतीजा नील गगन के नीचे कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में बारिश, सर्दी और गर्मी में क्या हालात होते होंगे यह अंदाजा प्राथमिक स्कूल कावडिया की इस तस्वीर से लगाया जा सकता है। विद्यालय में वर्तमान में नामांकन कक्षा एक से पांच तक का लगभग सत्तर है।नौनिहालों के बैठने के विद्यालय में कमरा केवल एक ही है, जिसमें भी अधिकतम 20 बच्चे ही बैठ सकते हैं। बाकी कक्षाएं स्कूल के सामने ही जमीन पर बैठाकर एक साथ और आंगनवाड़ी परिसर में संचालित की जा रही हैं। आंगनवाड़ी भवन में भी बरसात के समय पानी गिरता है। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।
तीन साल से यही हालात
विद्यालय के संस्था प्रधान भरत दोषी के अनुसार पुराने भवन अत्यधिक क्षतिग्रस्त और जर्जर हो चुके थे, जिन्हें विभाग द्वारा गिरवा दिया गया। अब एक कार्यालय और एक कक्षा कक्ष है,जिसमें हम सभी शिक्षण करवाते हैं। भवन के लिए पिछले दो-तीन वर्षों से ही प्रारंभिक शिक्षा विभाग को प्रस्ताव दिए जा चुके हैं। विभाग द्वारा निरीक्षण भी किया गया है लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। इधर, गुरुवार को निरीक्षण के लिए पहुंचीं शक्करवाड़ा सरपंच प्रतिनिधि केशव ने विभाग को अवगत कराने की बात कही है, जिससे बच्चों के लिए कक्षा कक्ष उपलब्ध हो सके।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें