ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना: 10 किमी दूर से महाविद्यालय आने वाली छात्राओं को प्रतिदिन के मिलेंगे 20 रुपए
डीग. घर से दूरी अधिक होने व आर्थिक स्थिति सहीं नही होने से अध्ययन नहीं कर पा रही बालिकाओं के लिए अच्छी खबर है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित गहलोत सरकार ने कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को घर से कॉलेज आने-जाने का बस किराया देने का फैसला किया है। जिसमें सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र से कॉलेज आने वाली छात्राओं को राहत देते हुए ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना शुरू की है। महाविद्यालय की नियमित छात्राओं को गांव से शहर के महाविद्यालय में आने जाने कि यह सुविधा सत्र 2023-24 से शुरू की गई है।
ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना में 10 किलोमीटर से अधिक दूरी से महाविद्यालय व स्कूल आने वाली छात्राओं को 20 रुपए प्रतिदिन का लाभ देय होगा। यह राशि छात्रों की ओर से आवेदन में भरे गए बैंक खाते में महाविद्यालय की ओर से स्थानांतरित की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर राजकीय विद्यालयों व महाविद्यालयों की दूरी अधिक होने व आर्थिक स्थिति सहीं नही होने से कई बालिकाएं अध्ययन नहीं कर पाती है। इसलिए बालिकाओं के आवागमन को सुचारू बनाने के लिए यह योजना शुरू की गई है। पहले यह योजना स्कूली बालिकाओं के लिए थी। मुख्यमंत्री ने अब इसे कॉलेज की छात्राओं के लिए भी शुरू किया है।
कक्षा 9 से 12 तक की कक्षा के लिए पात्रता
ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में नामांकित कक्षा 9 से 12 तक की ऐसी छात्राएं जो 5 किमी अधिक दूर से आती है। ऐसी बालिकाएं जो नि:शुल्क साइकिल योजना से लाभान्वित नहीं हुई हो।कक्षा एक से 5 तक ऐसे बालक जिनके निवास स्थान से एक किमी से अधिक की दूरी तक कोई राजकीय प्रावि नहीं है। कक्षा 6 से 8 तक ऐसी बालिकाएं जिनेक स्थान से 2 किमी तक कोई राजकीय उप्रावि नहीं है। इससे अब व्यवस्थाऐं सुदृढ़ होंगी।
बैंक खाते में ट्रांसफर होगी राशि
योजना का लाभ अधिकतम 180 दिन व 6 माह के लिए दिया जाएगा। छात्रों के बैंक खातों में 3 महीने से या फिर 6 महीने का एक साथ पैसा ट्रांसफर होगा। जिसको लेकर अभी फैसला नहीं किया है। योजना की पात्रता के लिए महाविद्यालय की नियमित छात्रा होना व स्कूटी योजना के तहत लाभान्वित नहीं होना व न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थित होना जरूरी है जो बायोमेट्रिक मशीन द्वारा संधारित की जाएगी। इसके साथ ही आवेदन में भरा गया पता सत्र पर्यंत रहेगा। इसी बीच में बदला नहीं जाएगा।ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना शुरू होने से जहां ग्रामीण अंचल की बेटियों को लाभ मिलेगा। ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना के तहत छात्राओं को प्राचार्य के माध्यम से आवेदन करना होगा। राशि लाभान्वित के खाते में सीधे स्थानांतरित की जाएगी। यह योजना इसी सत्र से शुरू की गई है।-दिलीप सिंह, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय डीग

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