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बुधवार, 26 जुलाई 2023

माध्यमिक स्कूलों में समायोजन टला, आखिर कब ?, ग्रामीण स्कूल में 700 बच्चों पर 12 शिक्षक, शहर में 700 पर 39, ये क्षमता से दोगुना



माध्यमिक स्कूलों में समायोजन टला, आखिर कब ?, ग्रामीण स्कूल में 700 बच्चों पर 12 शिक्षक, शहर में 700 पर 39, ये क्षमता से दोगुना

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों माध्यमिक स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। निदेशक की ओर से प्रारंभिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के समायोजन के लिए हाल ही 6डी के आदेश जारी किए गए थे। इसके बाद इन स्कूलों को शिक्षक मिलने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन विभाग ने दूसरे ही दिन इस आदेश को वापस ले लिया। इसके बाद भास्कर ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में स्टाफ की जानकारी जुटाई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। दोनों जगहों पर स्टाफ में भारी असमानता मिली। एक और जहां ग्रामीण क्षेत्र के अदवास स्कूल में 700 बच्चों पर 12 शिक्षक लगे हुए हैं तो शहर की फतह स्कूल में इतने ही बच्चों पर दोगुना से ज्यादा 39 शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं। यह तो दो स्कूलों का उदाहरण है। जिले में सैकड़ों स्कूलों में ऐसे हालात हैं। ऐसे में समायोजन से इन अतिरिक्त शिक्षकों को ग्रामीण में लगाया जा सकता है। इससे भले ही यह समस्या पूरी तरह खत्म नहीं होगी, लेकिन इससे काफी हद तक राहत तो मिलती ही।


कैसे सुधरे हालात .... डीईओ के पास भी तीन-तीन अफसरों का जिम्मा

जिले में स्कूलों के साथ विभाग के कार्यालय भी स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं। हालात इतने गंभीर है कि एक ही अधिकारी तीन-तीन जिम्मेदारियां संभालने को मजबूर हैं। आशा मंडावत के पास डीईओ प्रारंभिक, डीईओ माध्यमिक और मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा का चार्ज है। इन अधिकारियों पर जिलेभर का जिम्मा रहता है। ऐसे में इसका असर स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था पर भी होता है।


शिक्षक संघ बोले- समायोजन तक नहीं सुधरेंगे ग्रामीण स्कूलों के हाल

राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश सभाध्यक्ष पुष्पराजसिंह शक्तावत ने बताया कि समायोजन की मांग को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है। शहर की स्कूलों में जरूरत से ज्यादा शिक्षक लगे हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों की संख्या के मुकाबले शिक्षकों की संख्या बेहद कम है। ऐसे में वहां शिक्षा व्यवस्था के हाल क्या होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जब तक समायोजन नहीं होगा, तब तक ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल ऐसे ही चलेंगे। इसलिए हमारी मांग है कि सरकार जल्द इस पर गंभीरता से विचार करे।


छात्रों के अनुपात में होता है शिक्षकों का समायोजन

 शिक्षा विभाग में 6 डी व्यवस्था का बहुत महत्व है। इसके तहत सभी स्कूलों में बच्चों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की व्यवस्था की जाती है। अगर माध्यमिक स्कूल है और वहां पर 200 बच्चों का नामांकन है तो 40 बच्चों पर एक शिक्षक के हिसाब से 5 शिक्षक और 6 सब्जेक्ट टीचर मिलाकर 11 शिक्षकों की पोस्टिंग होनी चाहिए। इसी व्यवस्था के लिए विभाग ने पिछले माह 6 डी का आदेश जारी किया। लेकिन इसे वापस ले लिया। इससे शिक्षकों की नाराजगी बढ़ गई है। क्योंकि ट्रांसफर पर पहले से रोक है। अब समायोजित होने की उम्मीद भी नहीं दिख रही है।


समायोजन पर जल्द होगा होने चाहिए काम : संयुक्त निदेशक विद्यार्थी

कुछ स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अधिक है तो कहीं बच्चों की। समायोजन को लेकर जल्द ही काम किया जाएगा। -पुष्पेंद्र शर्मा, संयुक्त निदेशक शिक्षा विभाग


ग्रामीण: 19 की जगह 9 1. राउमावि झर

विद्यार्थी संख्या--400

शिक्षकों की संख्या---09

होने चाहिए---19


2. राउमावि अदवास

विद्यार्थी संख्या--700

शिक्षकों की संख्या---12

होने चाहिए---25


3. राउमावि वली कुराबड़

विद्यार्थी संख्या---300

शिक्षकों की संख्या--06
होने चाहिए---15


शहर : 18 की जगह 50

1. राउमावि फतह स्कूल

विद्यार्थी संख्या---700
शिक्षकों की संख्या--39
होने चाहिए---25




2. राउमावि जगदीश चौक

विद्यार्थी संख्या--450
शिक्षकों की संख्या--50
होने चाहिए---18


3. राउमावि रेजीडेंसी

विद्यार्थी संख्या---1000
शिक्षकों की संख्या--50
होने चाहिए---33

माध्यमिक स्कूलों में समायोजन टला, आखिर कब ?, ग्रामीण स्कूल में 700 बच्चों पर 12 शिक्षक, शहर में 700 पर 39, ये क्षमता से दोगुना Rating: 4.5 Diposkan Oleh: UP BASIC NEWS

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