पेपर लीक नहीं होगा, सेना का अनुभव काम आएगा, युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे
जयपुर. भर्ती की प्रक्रिया जो सेना में होती है वही बाहर होती है। लोग सोचते हैं कि सेना में सिर्फ हथियार चलाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। लड़ाई तो एक पार्ट है। सेना में अधिकतर प्रशासनिक काम होता है। सेना में ली गई ट्रेनिंग, लीडरशिप और अनुभव अब चयन बोर्ड में काम आएगा। खासतौर से पेपर लीक को रोकने के लिए हम काम करेंगे। गिरोह को चिन्हित करेंगे, उनकी संभावनाओं को भांपते हुए नई टेक्नोलॉजी अपनाएंगे। ऐसा सिस्टम विकसित करेंगे कि युवाओं को निराश नहीं होना पड़ेगा। यह कहना राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन रिटायर्ड मेजर जनरल आलोक राज का। सरकार ने बुधवार देर रात उनकी नियुक्ति चेयरमैन पद पर की। बोर्ड में पहली बार सेना के रिटायर्ड अफसर को चेयरमैन बनाया गया है। इससे पहले रिटायर आईएएस और आईपीएस अधिकारी चेयरमैन रह चुके हैं खास बातचीत की।
Q. सितंबर-अक्टूबर में भर्तियां प्रस्तावित हैं, कैसे तैयारी की जाएगी?
उ.अभी कार्यभार ग्रहण किया है। जितना जल्दी हो सकेगा काम में जुट जाऊंगा। देरी नहीं होने दूंगा। ओवर टाइम काम करेंगे, ताकि पेडिंग काम पूरा कर सके।
Q. भर्तियों में समय लगता है फिर परिणाम में देरी होती है। पेपर लीक होने से अभ्यर्थियों की मेहनत बर्बाद हो जाती है, कैसे सुधार किया जाएगा?
उ.दुख होता है जब युवाओं की मेहनत पर पानी फिर जाता है। हम ऐसे हालात ही पैदा नहीं होने देंगे। जो भी करेंगे प्लानिंग करेंगे। हमारी कोशिश रहेगी कि कभी पेपर लीक नहीं हो।
Q. आप किस मिशन के साथ बोर्ड मेें काम करेंगे?
उ.युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। उनकी आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। पारदर्शिता के साथ भर्तियों की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
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