
शिक्षकों पर चुनावों का भार, शिक्षा का बंटाधार,चुनाव के कारण पढ़ाई में हो सकता है व्यवधान, शिक्षा विभाग के अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
सवाईमाधोपुर. सरकारी स्कूलों में पढ़ाई व शिक्षा के स्तर को सुधारन के लिए सरकार व शिक्षा विभाग कागजी कवायद खूब कर रहे हैं। लेकिन असल में शिक्षा के सुधार पर किसी का ध्यान नहीं है। सरकार ने पढ़ाई के स्तर में सुधार लाने के लिए नई-नई योजनाएं चलाई हैं। लेकिन शिक्षा अधिकारियों का ध्यान फिलहाल शिक्षा के सुधार पर कम चुनावों पर ज्यादा दिखाई दे रहा है।
आगामी दिनों में चुनावों को देखते हुए विभाग ने जिले के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को बीएलओ व अन्य गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया हुआ है। ऐसे में स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हालात यह है कि कई स्कूलों में विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम पूरा होने पर भी संकट है।
विद्यार्थियों को होगी परेशानी
शिक्षण सत्र शुरू होने के बाद ढाई माह से शिक्षक दाखिले व शैक्षणिक कामों में व्यस्त है। आगामी दो महीने में शिक्षकों को चुनाव कार्य में लगाया जाना है। ऐसे में विद्यार्थियों को पढाने के लिए शिक्षकों के पास सिर्फ चार माह ही बचेंगे। इससे स्कूलों में सिलेबस पूरा करने में परेशानी आ सकती है।
शिक्षकों को सता रही चिंता
बेहतर परिणाम नहीं आने पर शिक्षा विभाग शिक्षकों को नोटिस जारी करता है। सत्र 2022-23 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर का परीक्षा परिणाम कम रहने पर कई शिक्षकों को नोटिस दिया था। ऐसे में जिले के कई सरकारी स्कूलों को अपना पाठ्यक्रम पूरा करवाने की चिंता सता रही है। यदि उनको चुनावी ड्यूटी में लगा दिया तो विद्यार्थियों के सामने समस्या खड़ी हो जाएगी।
पढ़ाई हो रही प्रभावित
बीते ढाई माह में शिक्षकों को 67 गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया गया है। इससे प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में सबसे अधिक पढ़ाई प्रभावित हुई है। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी शिक्षक चुनावी कार्य में लगे है। बीएलओ का कार्य शिक्षक लगातार कर रहे हैं।
सरकारी स्कूलों में नहीं पहुंची एक लाख से अधिक किताबें
जिले में संचालित सरकारी स्कूलों मे ढाई माह बीत जाने के बाद भी 1 लाख 35 हजार 816 पुस्तकों का निशुल्क वितरण छात्रों को अब तक नहीं हो पाया। शिक्षा अधिकारियों ने शीघ्र ही पुस्तकें उपलब्ध करवाने की डिमांड उच्च स्तर पर भेज रखी है। ऐसे में किताबों से वंचित रहे पहली से बारहवीं तक के छात्रों को पुरानी किताबों का सहारा लेना पड़ रहा हैै। इससे भी कोर्स पूरा करने में परेशानी हो रही है।
इनका कहना है
सरकारी स्कूल में पढ़ाई जारी है। कक्षाओं के पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करवा दिया जाएगा। फिलहाल शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई गई है, लेकिन आगामी दिनों में चुनाव में ड्यूटी लगती है, तो समय पर कोर्स पूरा करवाया जाएगा।-नाथूलाल, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, सवाईमाधोपुर
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