शेखावाटी फिर सिरमौर: शिक्षा विभाग की रैंकिंग में चूरू व सीकर अव्वल
सीकर. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की रैंकिंग में शेखावाटी इस बार भी अव्वल रहा है। फरवरी महीने की रैंकिंग में चूरू जिला प्रदेश में पहले तथा सीकर दूसरे पायदान पर रहा है। चूरू ने 63 तथा सीकर ने 60.67 अंक हासिल कर अंचल का परचम कायम रखा। इससे पहले जनवरी की रैंकिंग में भी सीकर जिला प्रदेश में पहले स्थान पर था। गौरतलब है कि शैक्षिक गतिविधियों के आधार पर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद हर महीने जिलों की रैंकिंग जारी करता है।
इनका कहना है
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की रैंकिंग जारी हुई है। जिसमें चूरू ने पहला व सीकर ने दूसरा स्थान हासिल किया है।-विनोद जानू, सीडीईओ
ये जिले पिछड़े
शिक्षा विभाग की रैंकिंग में 25 अंकों के साथ सिरोही सबसे पिछड़ा हुआ जिला रहा। इसके बाद 26.78 अंकों के साथ बाड़मेर, 27.10 अंक सहित जालौर, 28.94 अंक सहित धोलपुर तथा 32.18 अंक के साथ जोधपुर टॉप पांच पिछड़े जिलों में शामिल रहे।
चार श्रेणियों से होता है मूल्यांकन
स्कूल शिक्षा परिषद जिलों की रैंकिंग चार आधारों पर तय करता है। ये आधार शैक्षिक,चार श्रेणियों से होता है मूल्यांकन स्कूल शिक्षा परिषद जिलों की रैंकिंग चार आधारों पर तय करता है। ये आधार शैक्षिक, नामांकन, सामुदायिक सहभागिता व आधारभूत सुविधाएं हैं। इसमें शैक्षणिक श्रेणी के 100, नामांकन व सामुदायिक सहभागिता के 20-20 तथा आधारभूत सुविधाओं के 10 अंक तय हैं। शैक्षणिक श्रेणी के अंकों को 7, नामांकन व सामुदायिक सहभागिता के अंकों को 3-3 तथा आधारभूत सुविधाओं के अंकों को 2 बिंदुओं में बांटा गया है। इस तरह कुल 150 अंकों में से जिलों को उनके कार्यों के हिसाब से अंक दिए जाते हैं।

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