Rajasthan SET : सेट में 6 फीसदी अभ्यर्थी को ही करना है पात्र, इसलिए कट ऑफ रहेगी हाई
राज्य पात्रता परीक्षा सेट का रविवार को आयोजन हो चुका है। अब जल्द ही इसका परिणाम जारी करने की कवायद रहेगी। लेकिन इस बार पात्रता के लिए सेट अभ्यर्थियों में बड़ा कंपीटिशन देखने को मिलेगा । अभ्यर्थी सबसे उच्चतम अंक लाएगा, वहीं अभ्यर्थी अपने विषय और कैटेगरी में पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। इस बार कट ऑफ सबसे अधिक जाने के आसार है। क्योंकि यूजीसी के नियमों के अनुसार क्वालिफाइंग प्रतिशत में कमी की है। इस बार परीक्षा में शामिल हुए होते हैं।
अभ्यर्थियों में मात्र 6% अभ्यर्थी ही सेट में पात्र माने जाएंगे। यह बदलाव नवंबर 2017 के बाद से किया है। इससे पहले हर कैटेगरी और सब्जेक्ट में टॉप 15% क्वालिफाइड अभ्यर्थी ही पात्र माने जाते थे जो तीनों पेपर में मिनिमम आवश्यक अंक प्राप्त करते थे। नियम के अनुसार देखे तो इस बार 109803 परीक्षार्थी शामिल हुए, इसमें से 6588 परीक्षार्थी पात्र माने जाएंगे। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को कम से कम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होता है, जबकि आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को दोनों पेपरों में न्यूनतम 35% अंक प्राप्त करने अंक प्राप्त करने होते हैं।
7 शहरों में परीक्षा, 81.14% अभ्यर्थी हुए शामिल
परीक्षा में पंजीकृत कुल 1,35,323 अभ्यर्थियों में से 1,09,803 उपस्थित रहे यानी परीक्षा में कुल उपस्थिति 81.14 फीसदी रही। राज्य एवं देश में अनेक प्रतियोगी परीक्षाओं में किन्हीं कारणों से परीक्षा पूर्व पेपर आउट होने के प्रकरण सामने आते रहे हैं। इन सभी घटनाओं को देखते हुए इस बार पेपर्स को एग्जाम सेंटर पर भिजवाए जाने की व्यवस्था की गई। सभी पेपर्स अधिकृत एजेंसी द्वारा सीधे परीक्षा केन्द्रों पर गोपनीय ढंग से भिजवाए गए। प्रत्येक केंद्र पर हर रूम की मैपिंग की गई एवं प्रत्येक रूम में ही न केवल पेपर परीक्षार्थियों के सामने खोले गए बल्कि उसी रूम में ही प्रयुक्त ओएमआर शीट सील की गई।
परीक्षाओं में पेपर लीक एवं अन्य प्रकार की समस्याओं के कारण आयोजक संस्थाओं की साख पर प्रश्न चिह्न लगते रहे हैं। जीजीटीयू के समक्ष बड़ी चुनौती थी परीक्षा के आयोजन की। कई नए प्र और नवाचार करने के कारण परीक्षा का सफल आयोजन हो सका। -प्रो. आईवी त्रिवेदी, कुलपति जीजीटीयू
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