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बुधवार, 26 अप्रैल 2023

निजी स्कूलों की तरह स्मार्ट क्लास, खुद का मोबाइल एप

 निजी स्कूलों की तरह स्मार्ट क्लास, खुद का मोबाइल एप

गोकुलपुरा गांव का महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल : भामाशाहों ने तीन साल में दिया डेढ़ करोड़ का दान, स्कूल बना रोल मॉडल

सीकर. स्कूलों के संचालन में यदि ग्रामीणों की सहभागिता और सहयोग मिले तो सरकारी स्कूल भी रोल मॉडल साबित हो सकते है। जिला मुख्यालय की नजदीकी ग्राम पंचायत गोकुलपुरा का अंग्रेजी माध्यम स्कूल नवाचारों के दम पर प्रदेश में रोल मॉडल है। भामाशाहों ने यहां तीन साल में डेढ़ करोड़ रुपए स्कूल के लिए दिए स्कूल की सूरत ही बदल गई। ग्रामीण और स्टाफ के सहयोग की बदौलत यहां के स्कूल का क्रेज इतना है कि एक भी सीट खाली नहीं रहती है।


33 बीघा में बना सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल निजी स्कूलों को भी कड़ी टक्कर दे रहा है। स्कूल का स्वयं का मोबाइल एप व वेबसाइट होने से विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा भी मिल पा रही है। स्टाफ की पहल से ऑनलाइन ई-कटेंट भी उपलब्ध कराया जा रहा है। यहां ग्रामीणों ने नौ कक्षा कक्ष, डिजिटल लाइब्रेरी, साइंस लैब, स्मार्ट क्लास रूम, खेल मैदान, कंप्यूटर लैब, सीसीटीवी कैमरे, चारदीवारी, ब्लॉक सड़क, ट्यूबवैल, हॉल और शेखावाटी की स्थापत्य कला के अनुसार मुख्य द्वार का निर्माण कराया है। बच्चों को इंग्लिश स्पोकन क्लासेज और राष्ट्रीय स्तर के योगा टीचर से हर दिन योग भी सिखाया जाता है।


परिणाम की वजह से यहां प्रवेश को लेकर काफी मारामारी रहती है। स्कूल में एक सीट पर प्रवेश के लिए 50 से भी अधिक आवेदन आए थे। इसके दम पर हाल ही में स्कूल का चयन पीएमश्री योजना में हुआ है जिसके तहत अब स्कूल में दो करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य होंगे।


निजी स्कूलों की तर्ज पर यहां हर दिन सह शैक्षणिक गतिविधियां और भी होती है। फिलहाल यहां 487 बच्चों का नामांकन है। स्कूल प्रिंसिपल मंजू ढाका ने बताया कि महात्मा गांधी स्कूल में सुविधाएं बढ़ाने में स्टाफ भी पीछे नहीं है। यहां के स्टाफ ने अपने वेतन से लगभग तीन लाख रुपए दिए है। अध्यापक देवेंद्रसिंह खीचड़ ने बताया कि ग्रामीणों की सहभागिता के दम पर यह संभव हो सका है।


स्कूली विद्यार्थीं बोले, सब कुछ बेहतरीन

यह जिले का एकमात्र ऐसा सरकारी स्कूल है जहां पर मलखम्भ के 13, टग ऑफ वार में 10 और योगा में 3 खिलाड़ियों ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है। स्कूल में फुटबॉल मैदान, बास्केटबॉल, बैडमिंटन कोर्ट, हॉकी, वॉलीबाल ग्राउंड, दो टेबल टेनिस टेबल सेट, क्रिकेट ग्राउंड, 400 मीटर रनिंग ट्रेक बना हुआ है।


1. वाहन सुविधा अच्छी पहल

महात्मा गांधी स्कूल गोकुलपुरा की छात्रा पलक पुत्री राकेश कुमार ने बताया कि अच्छी पढ़ाई होती है। उनकी बेटी तीन साल से यहां पढ़ रही है। स्कूल ने व्हीकल भी लगा रखे हैं। साइंस फेयर में पलक की जिले में पहली व राज्य में थर्ड रैंक आई थी।


2. खेलों में भी बढ़ा रहे आगे

स्वामी की ढाणी गोकुलपुरा की छात्रा पायल सैनी की माताजी सरोज देवी ने बताया कि अच्छी पढ़ाई होती है। सरकार, स्कूल स्टाफ व ग्रामीणों ने स्कूल में अच्छी सुविधाएं कर रही है। उनका बेटा जतिन सैनी भी इसी स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ रहा है। स्कूल में लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास रूम, खेल मैदान सहित सभी सुविधाएं हैं। दोनों बच्चों को अच्छी तैयारी करवा रहे हैं।


3. प्राइवेट स्कूल से भी अच्छी सुविधाएं यहां

मूलत: चूरू व हाल गोकुलपुरा गांव निवासी 8 वीं कक्षा की छात्रा कनक चौधरी की माता चंद्रलेखा आर्य ने बताया कि उनकी बेटी महात्मा गांधी स्कूल गोकुलपुरा में दो साल से पढ़ रही हैं। स्कूल में प्राइवेट स्कूल से भी अच्छी सुविधाएं मिल रही हैं। हम स्कूल की सुविधाएं, पढ़ाई और व्यवस्था से बहुत खुश हैं। टीचर्स भी बहुत अच्छे हैं। कनक का डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत भ्रमण के लिए चयन हुआ था।


71 में से 11 भामाशाह इसी स्कूल के

शिक्षा विभाग की ओर से जिले के 71 भामाशाहों को सम्मानित किया गया था। इनमें से 11 भामाशाहों ने महात्मा गांधी स्कूल गोकुलपुरा में लाखों रुपए के विकास कार्य कराए हैं। पेड़-पौधों के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम सहित अन्य नवाचार हरियाली बढ़ाने के लिए किए गए है। गांव के भामाशाह सीताराम खीचड़, एसके कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल प्रो. रामेश्वर प्रसाद चौधरी, पूर्व अति जिला कोषाधिकारी हरफूलसिंह खीचड़, प्रधान मनभरी देवी, सरपंच हरप्यारी देवी, ठेकेदार नेमीचंद खीचड़ की पहल पर सूरत बदल सकी है।


पहले फेज में 80 लाख रुपए के विकास कार्य होंगे

हाल ही में स्कूल का चयन पीएमश्री योजना में हुआ है। जिसके फर्स्ट फेज में करीब 80 लाख रुपए के विकास कार्य होंगे। इसके लिए एसडीएमसी ने स्किल डवलपमेंट, प्री-प्राइमरी स्कूल, इंडोर स्पोर्ट्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, कंप्यूटर कोडिंग लैंग्वेज, सौलर पैनल, वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर, रिकॉर्डिंग स्टूडियो, ऑटा अटेंडेंस सिस्टम, किड्स प्ले जोन, चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर, फ्लोर पैंटिंग्स आदि के कार्य करवाने का प्रस्ताव भेजा गया है।


पीएमश्री योजना

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