राइट टू एजुकेशन का विस्तार: अक्रमोन्नत स्कूलों के छात्र रह जाएंगे वंचित, चयनित व अध्ययनरत छात्रों के विद्यालय उच्च माध्यमिक स्तर के होने पर ही लाभ मिलेगा
बालोतरा. राज्य सरकार की ओर से इस वर्ष सरकार ने योजना में चयनित छात्रों को बारहवीं तक निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। योजना की शर्त के अनुसार छात्र जिस स्कूल में पढ़ता है, वह विद्यालय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर का है तो आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने व दूसरे निजी विद्यालय में प्रवेश लेने पर उसे योजना का लाभ नहीं मिलेगा। क्योंकि दूसरे माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय में योजना में अध्ययनरत छात्र व स्वयं अगली कक्षा में प्रवेश लेने की पात्रता रखेंगे। इस पर अन्य विद्यालयों से आने वाले छात्रों के लिए कोई स्थान नहीं होने पर उनके अभिभावकों को महंगी फीस चुका कर संतान को पढ़ाना होगा।
ऐसे में जो निजी विद्यालय माध्यमिक, उच्च माध्यमिक स्तर के हैं , उनमें अध्ययनरत छात्रों को ही योजना का लाभ मिलेगा। शेष उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्यनरत छात्र आठवीं तक शिक्षा पूरी करने के बाद अन्य विद्यालय में योजना लाभ के लिए पात्र नहीं होंगे। संचालकों के उच्च प्राथमिक विद्यालयों को माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत नहीं करने पर अध्ययनरत हजारों छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना तय है। निजी विद्यालयों की महंगी शिक्षा पर आगे की कक्षाओं में प्रवेश दिलाने व स्वयं के खर्च पर इन्हें पढ़ाई करवाना कमजोर परिवार के अभिभावकों के लिए मुश्किल बन गई है। इस पर अभिभावक व छात्र अधिक परेशान हैं।
राज्य सरकार की ओर से शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राइट टू एजुकेशन में चयनित छात्र-छात्राओं को सीनियर सैकंडरी तक निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाने की घोषणा से बहुत अभिभावकों की जहां मुंह मांगी मुराद पूरी हो गई है, वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिनके सामने परेशानी खड़ी हो गई है।परेशान लोगों ने बताया कि योजना में चयनित व अध्ययनरत छात्रों के विद्यालय उच्च माध्यमिक स्तर होने पर उन्हें इसका लाभ मिलेगा, लेकिन विद्यालय क्रमोन्नत नहीं होने पर योजना के तहत अध्ययनरत छात्रों को इसके लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। इससे महंगी निजी शिक्षा पर अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है।
सरकार की घोषणा पर पहले अधिक खुशी हुई, लेकिन बेटा जिस स्कूल में पढ़ता है, वह उच्च प्राथमिक स्तर का है। इस वर्ष बेटा आठवीं उत्तीर्ण करेगा। ऐसे में दूसरी निजी विद्यालय में प्रवेश दिलाने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजना में चयनित होने के बाद भी इसके लाभ से वंचित रहने को लेकर अधिक परेशान हूं। महंगी निजी शिक्षा पर आगेे की पढ़ाई कैसे कराऊं, इसके लिए इन दिनों अधिक चिंतित हूं।- महादेव मनवानी अभिभावक
सरकार ने आरटीई योजना के तहत चयनित छात्रों को सीनियर सैकंडरी तक निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। योजना में चयनित, अध्ययनरत छात्र का विद्यालय उच्च प्राथमिक स्तर का है। अगर विद्यालय क्रमोन्नत नहीं हुआ है तो उसके दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में चयनित,अध्ययनरत छात्र, यदि उसी विद्यालय में पढ़ते हैं, तो उन्हें योजना का लाभ मिलेगा-छगनलाल, अतिरिक्त ब्लॅाक शिक्षा अधिकारी बालोतरा

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