
पीएम श्री योजना बदलेगी ग्रामीण विद्यालयों की दशा, आठ सौ करोड़ खर्च होंगे
खींवसर. केन्द्र सरकार की पीएमश्री स्कूल योजना प्रदेश के 402 विद्यालयों की दशा बदलेगी। इन पर आठ सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। योजना के लिए प्रथम चरण में चयनित विद्यालयों में न्यूनतम तकनीक के स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक संसाधनों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। योजना के तहत 2027 तक पांच वर्षों की अवधि में जिले के प्रत्येक स्कूल में करीब दो करोड़ रुपए खर्च कर स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता के विभिन्न आयामों को बढ़ावा दिया जाएगा। स्कूलों की कायापलट करने के लिए राजस्थान स्कूल परिषद के राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त मोहनलाल यादव ने बजट को लेकर वार्षिक कार्य योजना के प्रस्ताव मांगें है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देशभर में लागू की गई पीएम श्री स्कूल योजना में करीब 20 लाख से अधिक छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। केन्द्र सरकार की मंशा है इस योजना से स्कूलों के ढांचे को विकसित करना है। जिसमें हर छात्र का स्वागत और देखभाल महसूस होती हो, एक सुरक्षित ओर तेजी से सीखने का माहौल मौजूद हो। विस्तृत सीखने के अनुभवों की श्रृंखला की पेशकस की जाती हो। अच्छे भौतिक बुनियादी ढांचे और सीखने के अनुकूल उपयुक्त संसाधन उपलब्ध हो। योजना में पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षण बनाया जाएगा हर ब्लॉक में कम से कम एक माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूल का पीएम श्री में चयन किया गया है।
स्कूलों का होगा अपग्रेडेशन
इस योजना के माध्यम से पुरानी स्कूलों का अपग्रेडेशन होगा। पुरानी स्कूलों को अपग्रेड करते समय आधुनिक सुंदर ढांचे, स्मार्ट कक्षाओं, खेल सहित अन्य आधुनिक बुनियादी सुविधाओं पर विशेष जोर दिया जाएगा। यह सभी स्कूल केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर स्थापित होंगे। अपग्रेड किए गए स्कूल के माध्यम से सामान्य लोगों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इससे उनका भविष्य निखरेगा।
केन्द्र सरकार ने तय किया बजट
केंद्र सरकार, केंद्र शासित प्रदेश राज्य और स्थानीय स्कूलों को इस योजना का फायदा होगा तथा केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पांच वर्षों में स्कूलों के उन्नयन और इसके लिए कुल 27,360 करोड़ रुपए की पीएम-श्री परियोजना को मंजूरी दी है। योजना में डीबीटी फंडिंग सीधे स्कूलों में जाएगी । वहां प्रधानाध्यापक और स्कूल समितियां यह तय कर सकती हैं कि अपने नकद का 40 प्रतिशत कैसे खर्च किया जाए। पर्यावरण के अनुकूल उपयोग करते हुए स्कूल ’’हरित’’ होंगे। ये स्कूल इस योजना के तहत पर्यावरण परंपराओं और प्रथाओं आदि की भी जांच करेंगे।
योजना का मिलेगा अच्छा लाभ
सरकार की पीएम श्री योजना से प्रारम्भिक व माध्यमिक शिक्षा में खासकर गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण एवं स्मार्ट शिक्षा मिल सकेगी। चयनित विद्यालयों में आधुनिक, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ बेहतरीन तकनीकी संसाधन होंगे। इसके लिए सरकार विशेष बजट देगी।-राजूराम खदाव, एसीबीईओ, खींवसर
जरूरतमंदों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
सरकार ने खींवसर ब्लॉक में पांचलासिद्धा की सीनियर सैकेण्डरी स्कूल का पीएम श्री योजना में चयन किया है। इससे यहां के गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों को स्मार्ट एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।-राजेन्द्रसिंह सोनिगरा, सरपंच पांचलासिद्धा
जिले में इन विद्यालयों का चयन
ब्लॉक स्कूल का नाम
- भैरून्दा राउमावि आंवलियावास
- डेगाना राउमावि खुड़ीकलां
- डीडवाना रामावि निम्बीखुर्द
- खींवसर जयराम गीता देवी बेनीवाल राउमावि पांचलासिद्धा
- मौलासर महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय तोषीणा
- नावां राउमावि मारोठ
- परबतसर राउमावि बिडियाद
- रिंयाबड़ी राबाउमावि रिंयाबड़ी
- बोरावड़ महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय बोरावड़
- जायल राउप्रावि गुजरियावास
- जायल रामावि झलालड़
- मकराना राउप्रावि डोडवाडी
- मूण्डवा राबामावि शंखवास
- मूण्डवा राउप्रावि मूण्डवा नं 3
- नागौर राउमावि कालडी
- कुचामन राउमावि हिरानी
- लाडनूं राउमावि बल्दू
- मेड़ता राउमावि जारोदा कलां
नहीं भटकेंगे गरीब बच्चे
योजना में खासकर गरीब बच्चों की प्राइमरी से लेकर कॉलेज तक की पढाई एक ही स्कूल में हो सकेगी। इससे बार-बार नामांकन की दिक्कत से भी अभिभावकों को राहत मिलेगी। कोई भी इस योजना से वंचित नहीं रहे इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक पर एक स्कूल का चयन किया गया है। सामान्य लोगों के बच्चे एवं गरीब लोगों के बच्चे भी इन स्मार्ट स्कूलों का हिस्सा बनकर अच्छी एवं आधुनिक शिक्षा का लाभ ले सकते है।
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