नि:शुल्क साइकिल विरतण योजना: मुख्यमंत्री जी! पूरा सत्र बीत गया पर नहीं मिली बेटियों को राहत
चित्तौड़गढ़. मुख्यमंत्री जहां महंगाई राहत शिविर लगवाकर आमजन को राहत देने में जुटे हुए हैं, वहीं हमारी बेटियों को साइकिल वाली राहत नहीं मिल पा रही है। जिले की नौ हजार बेटियां पूरे साल सर्दी, गर्मी, बरसात में परेशान होकर स्कूल पहुंची। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चलाई गई योजनाओं में से नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना फिर डगमगा गई है। शिक्षण सत्र शुरु होने के बाद समाप्त भी हो गया पर अब तक बेटियों को नि:शुल्क साइकिलें नहीं दी गई है। साइकिल से स्कूल जाने का ख्वाब देख रही बेटियों का सपना अधूरा ही रह रहा है। बेटियों के लिए सरकार नई-नई योजना लाकर सपने तो दिखा रही है पर समय पर पूरा नहीं होने से उनसे निराशा के भाव पैदा हो रहे है।
गौरतलब है कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना चला रखी है। हर साल शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा नौ में अध्यनरत बालिकाओं के नामांकन की सूचना मांग ली जाती है पर इस बार सत्र बीत जाने के बाद भी सूचना नहीं मांगी गई है। ऐसे में दूर दराज से स्कूल आने वाली छात्राओं को पैदल ही सफर तय करना पड़ा। इस बार केवल ईडब्ल्यूएस की छात्राओं की सूचना मांगी थी, उनको भी अब तक सूचना नहीं मिली। बजट घोषणा 2022-23 के अनुसार प्रदेश में ईडब्ल्यूएस वर्ग की 5800 छात्राओं को लाभाविंत करने का लक्ष्य था। विमुक्त घूमंतु एवं अर्द्ध घूमंतु समुदाय के 3333 छात्र-छात्राओं को लाभाविंत करने का लक्ष्य था।
कक्षा 6 से 11 तक के छात्र-छात्राओं को साइकिल का वितरण करनी थी।
बेटियों से खुशी छीनने की तैयारी तो नहीं!
नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना की शुरुआत वर्ष 2007-08 में हुई थी। योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आठवीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद माध्यमिक विद्यालय की आवास से दूरी अधिक होने से बेटियां शिक्षा से वंचित रह जाती थी। उन्हें सुगम आवागमन के लिए साइकिल उपलब्ध कराकर शिक्षा से जोड़े रखना था, लेकिन इस बार सत्र समाप्त होने के बाद भी योजना को लेकर सरकार की ओर से अब तक सूचना नहीं मांगी गई है।साइकिल वितरण को लेकर मॉनिटरिंग निदेशालय से की जाती है। इस बार केवल ईडब्ल्यूएस वर्ग की छात्राओं की सूचना भी करीब दो माह पूर्व मांगी थी।-कल्पना शर्मा, जिला शिक्षा माध्यमिक मुख्यालय चित्तौड़गढ़
सपने तो इन्हें भी दिखाए
सरकार ने पहली बार कक्षा छह से आठ तक पढ़ने वाली छात्राओं को भी साइकिल से स्कूल जाने के सपने दिखाए लेकिन वह भी अब तक पूरे नहीं हुए। जानकारी के अनुसार इस बार सरकारी विद्यालयों मे कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं को भी नि:शुल्क साइकिल मिलनी थी। यह पहला अवसर है जब प्रदेश में आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग ईडब्ल्यूएस की छात्राओं को साइकिल देने की घोषणा की गई। साथ ही विमुक्त घूमंतु एवं अर्द्ध घूमंतु समुदाय के छात्र-छात्राओं को भी नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाना था। इस योजना के तहत
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें