स्टाफ को चेक के साथ दिलासा, 70 बेरोजगारों को संबल नहीं
बांसवाड़ा. जिले के 70 बेरोजगारों के लिए दो माह पूर्व मुख्यमंत्री युवा संबल योजना में प्रारंभ कौशल और आजीविका विकास प्रशिक्षण अधर में है। यहां हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में इसके प्रशिक्षण केंद्र का ताला अब तक नहीं खुलने से युवा बाहर से ही लौट रहे हैं। इस बीच, केंद्र संचालक संस्था ने यहां लगाए लोकल स्टाफ को वेतन पेटे चेक भेजकर दिलासा देने का प्रयास किया है। मामले को लेकर 14 जुलाई को पत्रिका के अंक में युवा संबल और कौशल विकास पर ताला, प्रशिक्षु खा रहे धक्के शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। मामले पर आरएसएलडीसी के अधिकारियों ने प्रशिक्षण का जिम्मा देख रही जयपुर की संस्था अरिधिमा मेडिकल एंड एजुकेशन सोसायटी से जवाब तलब कर दो दिन का वक्त दिया, लेकिन उसके बाद भी किसी ने तवज्जो नहीं दी है।दूसरी ओर, 1 अप्रैल से 30 जून तक दो महीने प्रशिक्षण के बाद केंद्र पर ताले और स्टाफ को छुट्टियां देने से बेरोजगार रोज चक्कर लगाकर लौट रहे हैं।
यहां बुधवार को आए कुछ प्रशिक्षुओं ने बताया कि वे बांसवाड़ा में कमरा किराए पर लेकर रह रहे हैं। केंद्र 20 दिन से बंद करने से उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं होने पर बेरोजगारी भत्ता कटने की आशंका है। इधर, जहां केंद्र संचालित किया जा रहा है, उसका छह माह का किराया और बिजली बिल नहीं देने से भवन मालिक भी घबराए हुए हैं। हालांकि बेरोजगारों के दीगर अपने स्टाफ को ठंडा करने के लिए सोसायटी की ओर से 2 तारीख का 60 हजार रुपए का चेक भेजा गया है। ताज्जुब यह भी कि केंद्र संचालन के लिए सोसायटी की ओर से कागजों में एक सेंटर हैड, तीन ट्यूटर, एक आईटी ट्रेनर और एक स्वीपर यानी कुल छह जनों का स्टाफ लगाना बताया गया है, जबकि यहां तैनात चार जने ही हैं। उन्हें भी तनख्वाह तक नहीं दी गई है।
उधर पैसा नहीं होने का बहाना, इधर भवन खाली कराने की नौबत
प्रशिक्षण केंद्र की दुर्दशा पर आरएसएलडीसी को सोयायटी की ओर से पैसा नहीं होने का कारण बताया गया है, जबकि हकीकत यह है कि निगम ने प्रशिक्षण की जिम्मेदारी देने से पहले स्पष्ट करार किया हुआ है कि 35 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति घंटे के हिसाब से ट्रेनिंग का भुगतान किया जाएगा। हालांकि इसमें आधा प्रशिक्षण पूरा होने पर आधा पैसा देने और प्रशिक्षण काल पूरा होने पर बाकी पैसा देना तय किया गया। इधर, सोसायटी की ओर से छह माह से भवन किराया और बिजली बिल नहीं देने पर परिसर के मालिक राजकुमार गुप्ता ने अब अब इसे खाली कराने का मानस बनाया है।
और मांगा है एक-दो दिन का समय
इधर, आरएसएलडीसी के जिला योजना समन्वयक विनोद चौधरी ने बताया कि जयपुर मुख्यालय ने जवाब लेकर केंद्र संचालक सोसायटी को हिदायत दी। इस पर सोसायटी के पदाधिकारियों ने आर्थिक संकट से कुछ दिन ब्रेक देना बताते हुए एक-दो दिन में केंद्र प्रारंभ करने की बात कही है। आगे नतीजा नहीं मिलने पर कार्रवाई होगी।
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