education department: घर बैठे आंकड़ों का नहीं कर सकेंगे खेल, जाना होगा घर-घर
education department: सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए प्रवेशोत्सव शुरू हो गया है। हाउस होल्ड सर्वे के पहले चरण के तहत स्कूलों में नामांकन भी शुरू हो गया है, लेकिन अब दूसरे चरण में हर शिक्षक को हाउस होल्ड सर्वे का कार्य ऑनलाइन करना होगा। इसके लिए एक एप डाउनलोड करना होगा। जिसे खोलते ही शिक्षक का नाम, स्टाफ आइडी, पद, मोबाइल नम्बर, एनआइसी कोड, स्कूल का नाम, गांव का नाम व कोड सहित अन्य जानकारी भरनी होगी। इसके बाद उसमें बच्चों की जानकारी भरनी होगी। इस एप का फायदा यह है कि कोई भी शिक्षक घर बैठे या फोन पर पूछकर सर्वे नहीं कर सकेगा। बच्चों की जानकारी भी सीधे अपलोड हो जाएगी और जानकारी शाला दर्पण पर प्रविष्ठ नहीं करनी होगी। वैसे उसे स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से अमान्य भी कर दिया है।
यह जानकारी करनी होगी दर्ज
जिस गांव में लॉगिन किया, उस गांव में कितने घर है। यह जानकारी किससे ली गई, यथा सरपंच, पटवारी, वार्ड पंच आदि। एप में नया घर जोड़ने का ऑप्शन है। परिवार की संख्या दर्ज करनी होगी। घर में तीन से 18 साल तक के बच्चे होने पर परिवार से जुड़ी जानकारी व कम से कम एक बच्चे का विवरण जोड़ना होगा।
यह भी करना होगा शामिल
गांव या वार्ड का प्रकार: नगर निगम, ग्राम पंचायत, नगर पालिका या नगर परिषद
सर्वे करने वाले मोहल्ले का नाम
जिस मकान में ओओएससी बच्चा मिला, उसकी एंट्री करनी होगी
माता-पिता या अभिभावक का नाम
मोबाइल नम्बर
सामाजिक वर्ग, धर्म
विशेष ध्यान देने वाले परिवारों के बच्चे: खानाबदोश, बाल श्रमिक, सफाईकर्मी के बच्चे आदि
बच्चों की यह जानकारी
नाम, लिंग, जन्म तिथि, शैक्षिणिक िस्थति (अनामांकित, ड्रॉप आउट, इस वर्ष नामांकन)
बच्चे के स्कूल नहीं जाने के कारण
निजी स्कूल में जाने वाले बच्चों का भी विवरण यदि शिक्षा की िस्थति ड्रॉप आउट है
विशेष आवश्यकता वाले बच्चे
एप किया गया है अनिवार्य
मोबाइल एप में ज्यादार वे ही सूचनाएं है जो प्रपत्र में भरी जाती है। प्रवेशोत्सव के दूसरे चरण में ऑफ लाइन सर्वे कार्य की सूचना की प्रविष्ठि शाला दर्पण पोर्टल पर नहीं करवाई जाएगी। वह मान्य नहीं होगी।-मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारिम्भक, मुख्यालय, पाली
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