डूबते छात्र को बचाने शिक्षक कूदा टांके में, छात्र की जान बचाई
बाड़मेर . जिले में स्कूली खेल प्रतियोगिता के दौरान एक शिक्षक ने बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान की परवाह किए बगैर गहरे टांके में कूदकर एक छात्र की जान बचा ली। जिले के खारिया खुर्द आडेल गांव में स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही थी। गांव में पंचायत भवन में टीमें ठहरी हुई थी और स्कूली विद्यार्थी बाहर खेल रहे थे। इसी दौरान जेठाराम बेनिवाल की ढाणी का विद्यार्थी सोहन यहां खुले टांके में गिर गया। इस पर विद्यार्थियों ने शोर मचाया तो दलों के प्रभारी शिक्षक दौड़ते हुए पहुंचे। आधे भरे हुए टांके में यह बच्चा संघर्ष कर रहा था।
इस दौरान राउमावि खुडासा के दल प्रभारी रूखमणाराम चौधरी बचाने के लिए आव देखा न ताव कूद गए। उन्होंने बच्चे को बांहों में भर लिया और फिर बाहर खड़े अन्य साथियों ने रस्सी डालकर तुरंत बच्चे को बाहर निकालकर राजकीय अस्पताल बाड़मेर पहुंचाया,जहां वह खतरे से बाहर है। इधर, शिक्षक को भी फिर सभी ने रस्सी से खींचकर बाहर निकाला। रूखमणाराम ने पत्रिका को बताया कि सोचने का वक्त ही नहीं था। पास में कोई मजबूत रस्सी थी न ही अन्य साधन। एक कमजोर बाल्टी खींचने की रस्सी थी,टूटने का डर जरूर था लेकिन बच्चे की सांसें टूट रही थी। इसलिए मैं तो कूद पड़ा। गनीमत रही कि सही समय पर कूदने से बच्चे की जान बच गई। खिलाडिय़ों व आसपास के गांवों में रूखमणाराम की बहादुरी की लोगों ने तारीफ की। उनका गांव पहुंचने पर स्वागत किया गया।

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