विद्यार्थी कटवा रहे स्कूल से टीसी, गुरुजी कर रहे ‘टाइम पास’
सीकर. इसे विडंबना कहें या सरकारी सिस्टम की खोट-खामी। धोद की राउमावि मंगरासी में शिक्षक की कमी से प्रभावित हो रही पढ़ाई से बच्चे टीसी कटवा रहे हैं। दूसरी और प्रशासन ने उसी स्कूल के एक शिक्षक को करीब ढाई साल से प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा है। खास बात ये है कि ग्रेड थर्ड के सीकर निवासी शिक्षक बलवीर सिंह को फिलहाल ईवीएम मशीन की जानकारी देने के लिए पीआरओ ऑफिस में प्रतिनियुक्त कर रखा है। जहां फिलहाल प्रशिक्षण के लिए काफी कम लोग आ रहे है। पर ग्रामीणों की हर स्तर पर की गई मांग के बावजूद भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति रद्द नहीं की जा रही। जिसकी वजह शिक्षक के सिर पर बड़े नेता का हाथ होना बताया जा रहा है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी स्कूलों की दुर्दशा में शासन व प्रशासन का कितना बड़ा हाथ है।
20 बच्चों ने कटवाई टीसी, एसडीएमसी में लिया प्रस्ताव
मंगरासी स्कूल की विकास समिति के अध्यक्ष व एक्स सूबेदार पूरण सिंह ने बताया कि स्कूल में ग्रेड थर्ड के तीन शिक्षक हैं। जिनमें बलवीर सिंह दो साल से प्रतिनियुक्ति पर है। अन्य शिक्षक नारायण के पास बीएलओ व पोषाहार सहित अन्य कार्यों की जिम्मेदारी है। ऐसे में प्राथमिक शिक्षा की जिम्मेदारी अकेले शिक्षक श्रवण सिंह के हाथ है। शिक्षक बलवीर सिंह की प्रतिनियुक्ति रद्द नहीं होने से स्कूल की पढ़ाई बाधित हो रही है। इसके चलते दो साल में करीब 20 बच्चे टीसी कटवा चुके हैं। नामांकन अभियान पर भी असर पड़ा है। शिक्षक की प्रतिनियुक्ति रद्द करने के लिए एसडीएमसी में प्रस्ताव भी ले चुके हैं। शिक्षक की प्रतिनियुक्ति के खिलाफ गांव में जबरदस्त आक्रोश है। इस संबंध में ग्रामीण डीईओ व एसडीएम से लेकर कलक्टर और विधायक तक को ज्ञापन सौंपकर शिक्षक को वापस स्कूल में नियुक्त करने या अन्य जगह तबादला करने की मांग कर चुके हैं। पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
150 शिक्षकोंकी प्रतिनियुक्ति
ये तो एक बानगी भरी है। जिले में ऐसे करीब 150 शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर है। जो बच्चों को स्कूल में पढ़ाने की बजाय निर्वाचन शाखा, आपदा प्रबंधन, और शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों में प्रतिनियुक्त है। जिनमें से ज्यादातर रसूख के बूते प्रतिनियुक्त हैं।
इधर, गुरूजी के पास काम नहीं
एक तरफ ग्रामीण शिक्षक बलवीर सिंह की स्कूल में मांग कर रहे हैं, दूसरी और शिक्षक के पास प्रतिनियुक्ति वाले स्थान पर विशेष काम नहीं है। कोई भूला भटका ही ईवीएम की जानकारी लेने उनके पास पहुंचता है।
इनका कहना है
शिक्षक चलाता है निजी स्कूल, यहां पढ़ाई बाधित
शिक्षक बलवीर सिंह करीब ढाई साल से प्रतिनियुक्ति पर है। जिसकी सीकर में निजी स्कूल संचालन की भी जानकारी मिली है। जबकि जिस स्कूल से उसका वेतन उठ रहा है, वहां की पढ़ाई बाधित हो रही है। सीबीईओ, डीईओ व कलक्टर तक को ज्ञापन दे चुके हैं, पर सुनवाई नहीं हो रही है। विद्यार्थी परेशान हो रहें हैं।-दीपाराम बिजारणियां, सरपंच प्रतिनिधी, ग्राम पंचायत जाना
नामांकन पर लगा विराम
शिक्षक बलवीर सिंह को करीब ढाई साल से बार- बार प्रतिनियुक्ति पर लगाया जा रहा है। मामले में एसडीएमसी में भी प्रस्ताव लिया जा चुका है। ग्रामीणों में भी आक्रोश है। पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही।-एक्स सुबेदार पूरण सिंह, एसडीएमसी अध्यक्ष।
दादाजी ने जमीन दी, अब बच्चों का इन्कार
दादाजी ने गांव के बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल की जमीन दान दी थी। मेरे परिवार के भी आठ बच्चों का स्कूल में नामांकन है। पर पढ़ाई नहीं होने पर वे जाने से इन्कार कर कर देते हैं। शिक्षक की प्रतिनियुक्ति के खिलाफ काफी प्रयास किए गए। पर रसूख के चलते सुनवाई नहीं हो रही। ग्रामीण बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।-हीरालाल सैनी, अभिभावक।
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