स्टाफ की कमी से इंटरव्यू, एग्जाम और काउंसलिंग में देरी:आरएएस-2021 भर्ती की डेढ़ साल से प्रक्रिया ही चल रही, मात्र 370 अधिकारियों व कार्मिकों के भरोसे व्यवस्था
कार्मिक विभाग सहित प्रदेश भर के सरकारी कार्यालयों को अफसर व कार्मिक देने वाली आरपीएससी मात्र 370 अधिकारियों व कार्मिकों के भरोसे चल रही है। ये कार्मिक सालाना औसतन 30 परीक्षाओं के करीब 5 लाख अभ्यर्थियों के लिए इंतजाम में जुटते हैं।इसका नतीजा ये है कि आयोग की भर्तियां समय पर पूरी नहीं हो रही। आरएएस 2021 की प्रक्रिया को चलते हुए करीब डेढ़ साल हो चुके हैं। अभी इंटरव्यू भी बाकी है। पशुपालन विभाग ने वेटरनरी डॉक्टरों के 900 पदों की भर्ती करीब 4 साल से लंबित है। शिक्षकों के पदों की भर्ती भी कतार में है। इसके विरुद्ध राजस्थान से कई गुना छोटे राज्य केरल की पीएससी को 2850 कार्मिक संभाल रहे हैं। वहां भर्तियों की प्रक्रिया लेट नहीं होती। प्रशासनिक सेवा सहित विभिन्न भर्तियां तयशुदा कैलेंडर के हिसाब से पूरी हो रही है। अभ्यर्थियों को समय पर रोजगार मिले इसके लिए जरूर ये है कि आरपीएससी में भी काम की गति को बढ़ाने के लिए कार्मिक भी बढ़ाए जाए।
पदों की कमी को देखते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग ने कार्मिक विभाग को 177 नव सृजन पदों का एक प्रस्ताव भेजा है। इस पर अभी सरकार की मुहर नहीं लगी है। आरपीएससी के सामने आने वाले दिनों में बड़ी चुनौती स्कूल लेक्चरर भर्ती 2022 के 6 हजार पदों की काउंसलिंग, वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड सेकंड के 9760 पदों की काउंसलिंग,आरएएस 2021 के 988 पदों के इंटरव्यू के साथ ही अन्य भर्तियों के इंटरव्यू और पीटीआई ग्रेड फ़र्स्ट की परीक्षा आयोजित करानी है। आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली शिक्षक पदों की काउंसलिंग में हजारों अभ्यर्थियों को कॉल किया जाएगा। इन सभी के दस्तावेज की जांच सहित विभिन्न कार्य कराए जाने हैं।
हालत ऐसी... काउंसलिंग के लिए शिक्षा विभाग से मांगेंगे कर्मी
काउंसलिंग के लिए आरपीएससी के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं होने पर शिक्षा विभाग से स्टाफ मांगा जाएगा। ऐसे में जो काम आयोग के स्तर पर ही संपन्न हो जाता, उसे कराने के लिए दूसरे विभाग से भी सहयोग लेना पड़ेगा। कितना स्टाफ शिक्षा विभाग या अन्य विभागों से मंगाया जाएगा, यह जल्द ही तय किया जाएगा।
सरकार से मांगे 177 नए पद
आरपीएससी ने कार्मिक विभाग को एक पत्र भेजा है। इसमें 177 पदों के लिए लिखा गया है। ये हैं पद:
वरिष्ठ उपसचिव: 2
उपसचिव: 3
सहायक सचिव: 6
निजी सचिव: 1
अनुभाग अधिकारी: 6
अतिरिक्त निजी सचिव: 1
सहायक अनुभाग अधिकारी:18
आशुलिपिक: 5
सुपरवाइजर:1
लिपिक ग्रेड प्रथम:20
लिपिक ग्रेड सेकंड: 82
मैकेनिक: 1
वाहन चालक: 6
चतुर्थ श्रेणी: 25
कुल आरपीएससी कैडर:
177 अदर देन आरपीएससी कैडर (बाई ट्रांसफर)
समन्यवयक: 8 उप विधि परामर्शी: 1 एना. कम प्रोग्रामर: 1 स. प्रोग्रामर:2 ऑलेखाधिकारी:1 क. लेखाकार: 2 उपनिदेशक सांख्यिकी: 1 स. निदेशक सांख्यिकी: 1 स. सांख्यिकी अधिकारी: 2 सांख्यिकी निरीक्षक: 3 कुल:23 पद
केरल मॉडल: संभाग व जिला कार्यालयों में भी खुद का स्टाफ
आयोग के वरिष्ठ सदस्य जसवंत सिंह राठी पिछले दिनों केरल की पीएससी की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के लिए पहुंचे थे। केरल में स्टाफ की स्ट्रेंथ देख कर वे खुद हैरान रह गए। उन्हें जब केरल पीएससी के अफसरों ने बताया कि उनके यहां विभिन्न कैडर के 2850 कार्मिक कार्यरत हैं तो खुद चौंके।अध्यक्ष से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक का स्टाफ खुद का ही| केरल में अध्यक्ष व सचिव से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक का स्टाफ आयोग का खुद का है। सरकार से डेपुटेशन पर अधिकारी नहीं आते। स्टाफ अधिक होने और खुद का होने से केरल के पीएससी के ही कार्मिक परीक्षा के आयोजन का पूरा जिम्मा खुद संभालते हैं। इंटरव्यू भी मुख्यालय के साथ संभाग मुख्यालयों पर जाते हैं। इससे अभ्यर्थी को परेशानी नहीं होती। उत्तर पुस्तिकाएं और ओएमआर शीट आदि पहुंचाने का कार्य पीएससी के कार्मिक खुद करते हैं।
पिछले 3 सालों में हुई भर्तियों का विवरण
2020 में आयोग ने 35 परीक्षाओं के आयोजन किए। इनमें 7 लाख से अधिक अभ्यर्थी कॉल किए गए। 2021 में आयोग ने 23 परीक्षाओं के आयोजन किए। इनमें 2 लाख से अधिक अभ्यर्थी कॉल किए गए। 2022 में 36 परीक्षाएं आयोजित की गईं। इनमें 16.32 लाख से अधिक अभ्यर्थी कॉल किए गए।राजस्थान लोक सेवा आयोग में लगातार पदों की कमी है। काम पर असर पड़ता है। कार्मिक विभाग को विभिन्न संवर्ग के 177 पदों के नव सृजन का एक प्रस्ताव भेजा है। राज्य सरकार के आदेशों का इंतजार है।-हरजीलाल अटल, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें