महात्मा गांधी विद्यालय गोपालपुरा के प्रिंसिपल बोले- अवकाश नहीं लिया, ऑपरेशन भी टाला उपलब्धि ,शिक्षकों के सभी पद खाली, प्रिंसिपल ने बच्चों को पढ़ाया टेस्ट लिए, नतीजा - 10वीं का परिणाम 97.82 फीसदी रहा
गोपालपुरा स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता के सभी पद खाली होने पर भी स्कूल कावों का परीक्षा परिणाम 97.82 प्रतिशत रहा। पिछले वर्ष परिणाम 76% था जो इस साल 21% बढ़ा। गत वर्ष विद्यालय में व्याख्याता और वरिष्ठ अध्यापक के सभी पद भरे थे। जो स्थानांतरण से खाली हो गए।पंचायत सहायकों की मदद ली प्रधानाचार्य ने विद्यालय सहायकों का लेक्चरर व वरिष्ठ अध्यापक के रूप में उपयोग लेकर उनसे अध्ययन कराया। इससे रिजल्ट में फायदा मिला। प्री बोर्ड और साप्ताहिक टेस्ट से मिला फायदा. प्री बोर्ड व हर सप्ताह होने वाले साप्ताहिक टेस्ट से बच्चों में लेखन क्षमता का विकास हुआ। इससे परिणाम में वृद्धि हुई।
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का सहयोग मिला.... मुख्य ब्लॉक
शिक्षा अधिकारी बालूराम भील का सहयोग रहा। उनके मार्गदर्शन व प्रोत्साहन से जब भी मांग शिक्षकों की उन्होंने अध्यापक प्रतिनियुक्ति पर लगाए व समय-समय पर विद्यालय में बच्चों को मार्गदर्शन देने पहुंचे। भामाशाहों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी समय-समय पर विद्यालय पहुंचकर बच्चों को संबलन प्रदान किया। प्रधानाचार्य ने बच्चों को दिनचर्या बनाने में मदद कर अच्छे अंक लाने, मेरिट में आने के लिए प्रोत्साहन वाली कहानियां नियमित रूप से सुनाई
मैंने 3 नवंबर को ज्वॉइन किया। मुझे बहुत कम समय मिला। मैं मैनेजमेंट का स्टूडेंट रह चुका हूँ। अतः छोटी-छोटी योजनाएं बनाकर लागू की। एक भी दिन का अवकाश नहीं लिया। मेरे हर्निया की प्रॉब्लम है। उसका ऑपरेशन टाला ताकि बच्चों को पढ़ाई में नुकसान ना हो। अध्यापकों की कमी होने से मैने स्वयं नियमित रूप से बोर्ड कक्षाओं में अध्यापन करवाया। कमजोर बच्चों को आधार बनाकर उनके हिसाब से तैयारी करवाई। सप्ताहिक टेस्ट व प्री बोर्ड एग्जाम लिए। इनसे परीक्षा परिणाम में आशानुकूल वृद्धि हुई। मेरे पिछले विद्यालय जहां मैंने अकाउंटेंसी पढ़ाई वहां वाणिज्य संकाय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा।-राजकुमार तोलंबिया, प्रधानाचार्य, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, गोपालपुरा
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